नवजात शिशु की मालिश कैसे करें : नवजात शिशु की मालिश के लिए तेल, मालिश के लाभ, आयु के अनुसार मालिश के फायेदे :

नवजात शिशु की मालिश कैसे करें

नवजात शिशु की मालिश कैसे करें:

नवजात शिशु की मालिश करना एक माँ या पिता के लिए बहुत महत्वपूर्ण और आनंददायक कार्य है। यह शिशु के शारीरिक और मानसिक विकास में मदद करता है और उनके स्वास्थ्य को सुनिश्चित करता है।

नवजात शिशु की मालिश कैसे करें

नीचे नवजात शिशु की मालिश करने के कुछ टिप्स दिए गए हैं:

  1. स्थान: शिशु की मालिश करने के लिए एक नरम और सुरक्षित स्थान चुनें। आप बड़े बेड, पर्सनल चेंजिंग टेबल या फिर ताकतवर कुर्सी का उपयोग कर सकते हैं।
  2. मालिश तेल: नवजात शिशु की मालिश के लिए एक उच्च गुणवत्ता वाले शिशु मासाज तेल का उपयोग करें। जैसे कि जॉनसन बेबी तेल या बादाम तेल। तेल को हाथों में गरम करें, लेकिन ध्यान रखें कि यह बहुत गरम न हो।
  3. समय: शिशु की मालिश बाथ के पहले या बाद में करें, जब वे खुश और चिकनी हों। आप इसे रोज़ाना कर सकते हैं।नवजात शिशु की मालिश कैसे करें.
  4. गहराई से मालिश करें: ध्यान दें कि आप शिशु की मालिश को भारी हाथों से नहीं करते हैं। इसे आपको हल्के हाथों और आहिस्ता से करना है। शिशु की नाभि के आसपास कुल्हाड़ी के बिना मालिश करें।
  5. पूरे शरीर को मालिश करें: नवजात शिशु के पूरे शरीर को मालिश करें। पैर, हाथ, पेट, पीठ, छाती और मुहासों की ओर खासकर ध्यान दें।
  6. पेट की मालिश: शिशु के पेट को घट-बढ़कर गोलाई मालिश करें। इससे उनके पाचन तंत्र को सुधार मिलता है और आपके शिशु को आराम मिलता है।
  7. पाँव की मालिश: शिशु के पाँव को अपने हाथों में ले और उनके ऊपर उँगलियों से गोलाई दिए बिना मालिश करें।
  8. सिर की मालिश: ध्यान दें कि शिशु के सिर की हड्डियों को हल्के हाथों से मालिश करें। सिर को धीरे से घुमाएं, लेकिन ज्यादा दबाव न डालें।
  9. आवाज़ और मुस्कान: अपने शिशु के साथ बातचीत करें और उन्हें मुस्कान दें। मालिश के दौरान प्यार और आस्था भरी बातें करने से शिशु का मन भी शांत रहता है।
  10. ध्यान रखें: मालिश के दौरान ध्यान रखें कि शिशु आराम से सो जाएं। यदि वे चिंतित होते हैं या रो रहे हैं, तो उन्हें शांत करें|नवजात शिशु की मालिश कैसे करें.

शिशु के मालिश करने का सही समय उसके स्वास्थ्य और सुखदृढ़ विकास के लिए महत्वपूर्ण होता है।नवजात शिशु की मालिश कैसे करें!

नवजात शिशु की मालिश कैसे करें
नवजात शिशु की मालिश कैसे करें

नीचे दिए गए विवरण में शिशु के विभिन्न आयु समय के अनुसार मालिश के लाभ दिए गए हैं:

  1. नवजात शिशु (0-1 महीना): नवजात शिशु को दिन में कई बार मालिश करने से उसके शारीरिक विकास, रक्त संचार, नींद, और सुखदृढ़ता में सुधार होता है। इस समय पर शिशु की मालिश को नर्सरी में सुबह और शाम के समय कर सकते हैं। ध्यान दें कि मालिश के लिए ताजगाने तेल का उपयोग करें और ध्यान से स्नान कराएं।
  2. 1-3 महीना: इस उम्र में भी शिशु को नियमित रूप से मालिश करने से उसके स्वास्थ्य और विकास में सुधार होता है। शिशु को दिन में 2-3 बार मालिश कर सकते हैं, सबसे अच्छा समय शाम के समय होता है।
  3. 3-6 महीना: इस उम्र में भी शिशु की मालिश जारी रखना फायदेमंद होता है। इस समय पर भी दिन में 2-3 बार मालिश कर सकते हैं। नवजात शिशु की मालिश कैसे करें
  4. 6-12 महीने: इस उम्र में शिशु के शारीरिक विकास के साथ-साथ मांसपेशियों का विकास भी होता है। शिशु को दिन में एक बार ताजगाने तेल से मालिश करना उपयुक्त होता है।नवजात शिशु की मालिश कैसे करें.
  5. 1-2 वर्ष: इस उम्र में शिशु की मालिश को समय-समय पर करना चाहिए। आप उसके स्वास्थ्य और सुखदृढ़ विकास के लिए रोजाना कुछ समय निकाल सकते हैं।नवजात शिशु की मालिश कैसे करें

यह समय रूपरेखा आपको शिशु के विभिन्न उम्र में मालिश करने के लिए उपयुक्त समय बताती है। मालिश के लाभ के लिए नर्सरी या खुले और साफ जगह पर शिशु को रखें और संभालकर मालिश करें। मालिश के लिए ताजगाने तेल का उपयोग करने से शिशु की त्वचा स्वस्थ रहेगी और उसकी हड्डियों और मांसपेशियों का विकास सुचारू रूप से होगा। यदि आपको किसी विशेष चिकित्सा सलाह की आवश्यकता हो, तो अपने पेडिएट्रिशियन से परामर्श करें।नवजात शिशु की मालिश कैसे करें !

शिशु के मालिश करने का सही समय उसके दिनचर्या और स्वास्थ्य के अनुसार अलग-अलग हो सकता है। हालांकि, निम्नलिखित कुछ सामान्य दिशा-निर्देश हैं जो आपको मालिश के सही समय के बारे में बताएंगे! नवजात शिशु की मालिश कैसे करें !

  1. शिशु की पेट मालिश: शिशु के पेट की मालिश करने के लिए सबसे अच्छा समय उसे भोजन के 30 मिनट बाद करना होता है। इससे उसका पाचनतंत्र सही होता है
  2. शिशु की नींद के पहले: शिशु की नींद से पहले भी उसकी मालिश करना उत्तम रहता है। यह उसे रात को शांत, सुखद और आरामदायक नींद आने में मदद कर सकता है।
  3. स्नान के समय: शिशु का स्नान करने के पहले उसकी मालिश करना भी फायदेमंद होता है। यह उसके त्वचा को नरम, स्वच्छ और मुलायम बनाता है।
  4. समय और परिवेश: मालिश के समय पर्याप्त समय होना चाहिए, और आपके शिशु को उसे स्वस्थ और सुरक्षित महसूस करने के लिए पर्याप्त गरमाई और स्थिरता के साथ रखना आवश्यक है। इसे विशेष रूप से सुबह और शाम के समय करना उचित होता है।

कृपया ध्यान दें कि शिशु की मालिश करने से पहले और करने के बाद आपके हाथों को साबुन से अच्छी तरह साफ करें और आपके हाथ गरमाने का प्रयास करें, ताकि मालिश शिशु के लिए आरामदायक और सुरक्षित हो।

यह जरूरी है कि आपको अपने बच्चे के प्रकृति और स्वास्थ्य को ध्यान में रखते हुए मालिश करने का समय तय करना चाहिए। अगर आपको किसी विशेष समस्या या संदेह का सामना है, तो कृपया एक पेदिएट्रिशियन या बच्चे के चिकित्सक से परामर्श करें।नवजात शिशु की मालिश कैसे करें

शिशु की मालिश करने के फायेद :

नवजात शिशु की मालिश कैसे करें
  1. शारीरिक विकास: शिशु को मालिश करने से उसके शारीरिक विकास को सहायता मिलती है। यह मांसपेशियों को मजबूत करता है, हड्डियों को सजग रखता है और ऊंचाई को बढ़ाता है।
  2. नींद की सुविधा: शिशु को नींद में मदद मिलती है। रेगुलर मालिश से बच्चे की नींद अच्छी आती है और वह ठीक से सोते हैं।
  3. रोग प्रतिरोधक क्षमता: बच्चे के शरीर का रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ती है, जिससे उन्हें बीमारियों से लड़ने की ताकत मिलती है।
  4. पाचन तंत्र को सुधारने में मदद: मालिश से शिशु के पाचन तंत्र को सुधारा जा सकता है जिससे उसके पेट से संबंधित समस्याएं दूर हो सकती हैं।
  5. मां के साथ बोंडिंग: बच्चे को मां के साथ बोंडिंग करने का एक अच्छा तरीका है। मालिश करके मां बच्चे के साथ वक्त बिता सकती हैं और उससे उसके बढ़ने के दौरान एक-दूसरे के साथ गहरा रिश्ता बना सकती हैं।
  6. त्वचा के स्वास्थ्य: मासूम को मालिश करने से उसकी त्वचा स्वस्थ रहती है और त्वचा के रंग को निखारा जा सकता है।
  7. मां का स्पष्टीकरण: मां को शिशु के शरीर को ध्यान से देखने का मौका मिलता है जिससे उसके शारीरिक संरचना को समझने में मदद मिलती है।

ध्यान देने योग्य बात है कि शिशु की मालिश करते समय आपको उसकी कोमल और संवेदनशील त्वचा को ध्यान में रखते हुए हल्के हाथ से मालिश करनी चाहिए। इससे उसे आराम मिलता है और उसका विकास सही तरीके से होता है। यदि आपको किसी विशेष समस्या का सामना करना हो, तो चिकित्सक से सलाह लेना उचित रहेगा |नवजात शिशु की मालिश कैसे करें

website : https://kalyanseva.com

ये भी पढ़ें

शिशु की मालिश के लिए बेस्ट तेल

Eye Flu

Leave a comment