Eye Flu symptoms : 2023 | eye flu symptoms and best home care treatment |मानसून में तेजी से बढ़ रहा आई फ्लू का खतरा , आइये जानते हैं इसके क्या लक्षण होते हैं और इस से कैसे बचा जा सकता है|

Eye Flu symptoms

Eye Flu symptoms : लगातार होती बारिश की वजह से बढ़ते जल स्तर से देश भर में गंभीर हालात बने हुए हैं! एक तरफ जहाँ बाढ़ के हालात बन गये हैं तो वहीं दूसरी तरफ इसके कारण आई फ्लू का खतरा भी बढ़ रहा है!

कुछ दिनो से लगातार आई फ्लू के मामले सामने आ रहे हैं! बीते कुछ दिनों में आई फ्लू के मामले तेजी से बढ़ने लगे हैं! ऐसे में इस ब्लॉग के माध्यम से हम जानेंगे कि इस बीमारी के लक्षण क्या है और इससे कैसे बचा जा सकता है -Eye Flu symptoms

क्या है आई फ्लू?

eye flu कंजेक्टिवाइटिस को पिंक आई के रूप में भी जाना जाता है यह एक संक्रमण है जो कंजेक्टिवा की सूजन के कारण बनता है! कंजेक्टिवा क्लियर लेयर होती है, जो आंखों के सफेद भाग और पलकों की आंतरिक परत को कवर करती है! मानसून के दौरान जब तापमान कम होता है और हाई ह्यूमिडिटी होती है इसके कारण लोग बैक्टीरिया वायरस पर एलर्जी के संपर्क में आते हैं जो एलर्जी रिएक्शन फॉर इनफेक्शन जैसे कंजेक्टिवाइटिस का कारण बनते हैं !Eye Flu symptoms

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पिंक आई क्यों कहा जाता है?

Eye Flu symptoms

कंजेक्टिवाइटिस जिसे पिंक आई के रूप में भी जाना जाता है, यह कंजेक्टिवा में. होने वाली सूजन है इसे पिंक आई इसलिए कहा जाता है क्योंकि कंजेक्टिवाइटिस के कारण अक्सर आंखों का सफेद भाग गुलाबी हो जाता है!Eye Flu symptoms |नवजात शिशु की मालिश कैसे करें :जानने के लिए यहाँ क्लिक करें |

आई फ्लू के लक्षण (eye flu symptoms )

Eye Flu symptoms
  • आंखों लाल होना
  • आंखों में सूजन होना
  • आंखों में खुजली होना
  • आंखों में जलन होना
  • रोशनी के प्रति संवेदनशीलता
  • आँखों से सफेद चिपचिपा पदार्थ निकलना
  • ज्यादा आंसू आना

पिंक आई कैसे फैलता है?|Eye Flu symptoms |

वायरल संक्रमण :वायरल कंजेक्टिवाइटिस अत्यधिक संक्रामक है, ज्यादातर सर्दी जैसे श्वसन संक्रमण के साथ होता है! यह दूषित सतहों या स्वशन बूंदों की सीधे संपर्क में आने से आसानी से फैल सकता है!

बैक्टीरियल संक्रमण: बैक्टीरियल कंजेक्टिवाइटिस बैक्टीरिया के कारण होता है जैसा कि इसके नाम से ही समझ में आ रहा है! और अधिक संक्रामक भी हो सकता है! यह दूषित हाथों, मेकअप,कांटेक्ट लेंस जैसे सोर्स से बैक्टीरिया के संपर्क में आने के कारण हो सकता है!

आई फ्लू की समस्या बारिश के मौसम में सबसे ज्यादा होती है! इस मौसम में वातावरण में संक्रमण फैलने की वजह से लोग आई फ्लू का शिकार हो जाते हैं! आमतौर पर गंदगी, धूल मिट्टी की वजह से होने वाली एलर्जी की वजह से होती है! इस बीमारी में आंखों के सफेद हिस्से में मौजूद लेयर में सूजन होती है! बारिश के मौसम में बैक्टीरिया और वायरस बढ़ जाते हैं! इसकी वजह से आपको आँखों में एलर्जी और इंफेक्शन हो सकता है!

इसी के अलावा अगर आप पहले से संक्रमित व्यक्ति के संपर्क में आते हैं! तो इससे भी आपको होने का खतरा रहता है! आईफल फ्लू से बचने के लिए संक्रमित व्यक्ति के सम्पर्क में आने से बचना चाहिए और आँखों को बार बार नहीं छूना चाहिए!

आई फ्लू का इलाज |Eye Flu symptoms |

Eye Flu symptoms

लक्षण दिखने पर तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें, डॉक्टर मरीज की स्थिति और लक्षण के आधार पर दवाओं के इस्तेमाल की सलाह देते हैं! जिन लोगों में ज्यादा संक्रमण होता है, उन्हें हाई डोज की दवाओं के इस्तेमाल की सलाह दी जा सकती है! आमतौर पर संक्रमण रोकने के लिए डॉक्टर एंटीबायोटिक दवाओं और ड्रॉप्स का इस्तेमाल करने की सलाह देते हैं!हॉट ओर कोल्ड कंप्रेस से भी इस समस्या में आराम मिलता है इसके अलावा बाहर निकलते समय काला चश्मा लगाने की सलाह दी जाती है! Eye Flu symptoms |

आई फ्लू आमतौर पर कुछ दिनों के अंदर अपने आप ठीक हो जाता है लेकिन यदि किसी प्रकार के वायरस के कारण हुआ है तो ऐसे मामले में दवाओं की जरूरत पड़ती है! आई फ्लू का इलाज उसके कारण पर ही निर्भर करता है दिन में तीन चार बार प्रभावित आंखों को ठंडी या गर्म सिकाई करने से और डॉक्टर द्वारा बताई गई कुछ प्रकार की आई ड्रॉप इस्तेमाल करने से भी आए फ्लू के लक्षणों को शांत किया जा सकता है!

घरेलू उपचार:

आई फ्लू के लिए कुछ घरेलू उपचार भी हैं, जिससे इसका समाधान किया जा सकता है-

गुलाब जल:

अपनी आंखों में एक या दो बूंद गुलाब जल की डालें इससे आंख साफ हो जाती है!

टी बैग:

नम कैमोमाइल टी बैग को पलकों पर रखने से आई फ्लू के लक्षण शांत होने लगते हैं!

सिकाई करना:

कोई छोटा कपड़ा ले और उसे पानी में भिगो ले उसके बाद कपड़े का पानी में छोड़ दें और उसको आंखों पर रखें!

आलू:

एक आलू को काटले और उसके टुकड़े को अपने आँख पर रखें!

बर्फ से सिकाई:

अपनी आंखों को बंद करें और पलकों को बर्फ के साथ से के बर्फ को सीधे त्वचा पर ना लगाएं इसको किसी कपड़े के साथ लपेट लें!

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